बनना है मुझे आदर्श मिसाल नए आग़ाज़ की। बनना है मुझे आदर्श मिसाल नए आग़ाज़ की।
यह कविता शहीदो को सलामी दे रही है। यह कविता शहीदो को सलामी दे रही है।
चोट लगने से उनका ही देहान्त हुआ। चोट लगने से उनका ही देहान्त हुआ।
खामोशी है साज़ है मुझे जंगल होने पर नाज़ है। खामोशी है साज़ है मुझे जंगल होने पर नाज़ है।
जगमा प्रसिद्ध असो राजाको काज | भयी से छत्रपती शिवाजी महाराज || जगमा प्रसिद्ध असो राजाको काज | भयी से छत्रपती शिवाजी महाराज ||
कौन कहता है कि हम लिखते हैं ? बस यूंही अपना दिल बहला लेते हैं। कौन कहता है कि हम लिखते हैं ? बस यूंही अपना दिल बहला लेते हैं।